लोकसभा चुनाव के लिए हरियाणा को मिली इतनी फोर्स व ऐसा रहेगा शेडयूल
सत्य खबर, चंडीगढ़ ।
हरियाणा में लोकसभा चुनाव को लेकर केंद्र की ओर से 112 कंपनियां दी गई हैं। चुनाव शांतिपूर्वक हों, इसके लिए हरियाणा पुलिस के 35 हजार से अधिक पुलिसकर्मी , पैरामिलिट्री फोर्स की 112 कंपनियां, 24 हजार से अधिक होमगार्ड के जवान तैनात किए गए हैं।
इसके साथ ही इंट्रा स्टेट और इंटर स्टेट सीमाओं पर कुल 300 नाके बनाए गए हैं। आयोग की ओर से प्रदेश में मतदान के लिए 10 हजार 343 स्थानों पर कुल 20 हजार 6 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
इसके अलावा, 1362 स्थानों पर 3033 मतदान केंद्रों को संवेदनशील (क्रिटिकल) माना गया है तथा 51 मतदान केंद्रों को असुरक्षित माना गया है। इन मतदान केंद्रों पर एक्स्ट्रा पुलिस फोर्स तैनात किया जाएगा।
इसके साथ ही प्रदेश में 418 फ्लाइंग स्क्वायड टीम, 415 स्टेटिक सर्विलांस टीम तथा 34 क्विक रिस्पॉन्स टीम बनाई गई है। प्रदेश में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा आदर्श आचार संहिता की पालना सुनिश्चित करने को लेकर 1039 पेट्रोलिंग पार्टी भी लगाई गई हैं, जो दिन-रात गश्त कर रही हैं। चुनाव सिक्योरिटी को लेकर हरियाणा पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर रिव्यू मीटिंग कर चुके हैं। इस मीटिंग में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) संजय कुमार के द्वारा 25 मई को प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने संबंधी तैयारियां की रिपोर्ट पर भी चर्चा की गई।
मीटिंग में DGP ने सभी पुलिस अधिकारी चुनाव ड्यूटी को लेकर स्पष्ट निर्देश दिए कि वह अपने अधीनस्थ पुलिस कर्मियों को ड्यूटी के बारे ब्रीफिंग करते रहें।
मीटिंग में मतदान केंद्र पर कानून व्यवस्था बाधित करने संबंधी संभावित अलग-अलग परिस्थितियों के उत्पन्न होने पर पुलिसकर्मियों को कब, क्या और कैसे काम करना है, इसे लेकर उन्हें स्पष्टता निर्देश दिए गए।
DGP की ओर से सभी जिलों के SP को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे चुनाव ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों को जरूरी नंबरों की लिस्ट भी उपलब्ध करवाएं, ताकि जरूरत पड़ने पर संबंधित अधिकारी से संपर्क किया जा सके।
इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक, जिला उपायुक्त के साथ तालमेल स्थापित करते हुए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप प्रत्येक स्तर पर कानून व्यवस्था बनाए रखना सुनिश्चित करें।
पुलिस महानिदेशक ने रिव्यू मीटिंग में कहा कि बूथों पर तैनात पुलिसकर्मी को वहां कानून व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी। हर पुलिसकर्मी को अपने डूज और डोन्ट्स अच्छे से पता होने चाहिए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इस मामले में लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस बारे में पुलिस अधिकारी से लेकर ड्यूटी पर तैनात अंतिम पुलिसकर्मी तक को मैसेज साफ और स्पष्ट होना चाहिए। इस दौरान सभी पुलिसकर्मियों में आपस में मजबूत तालमेल बनाए रखने के लिए संचार तंत्र का उपयोग करना बहुत जरूरी है।
इसके अलावा, पुलिस अधिकारी नियंत्रण कक्षों पर उपलब्ध स्टाफ से संपर्क में रहें और वहां चुनाव संबंधी आने वाली प्रत्येक कॉल पर नजर रखी जाएगी। चुनाव संबंधी आने वाला प्रत्येक फोन अत्यंत महत्वपूर्ण होगा, इसलिए नियंत्रण कक्ष में फोन आने के बाद मैसेज कहां, कैसे और किस अधिकारी या कर्मचारी तक पहुंचना है, यह निर्देश भी दिए गए हैं।
वायरलेस सिस्टम के लिए अलग से डायरेक्शन दिए गए हैं। इसके अलावा, उन्होंने पेट्रोलिंग पार्टियों को भी गश्त नियमित तौर पर करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मतदान केंद्र पर लोग बिना डरे निष्पक्ष तरीके से मतदान करें, इसके लिए व्यवस्था की जानी चाहिए।